इस ब्लॉग को देखकर अहसास हो रहा है कि युवा पत्रकारों की पीढ़ी चमक-दमक, ग्लैमर, घटिया राजनीति से ऊपर उठने की कोशिश करते हुए, जिंदगी के बारे में गंभीरता से सोच रही है। सलाम जिंदगी....
वर्तमान में एक न्यूज़ चैनल में कार्य कर रहा हूँ,पत्रकारिता की शुरुआत जनसत्ता से की .जहा प्रभाष जोशी, ओम थानवी और वीरेंद्र यादव के साथ काम करने का मौका मिला ,उसके बाद पत्रकारिता की तमाम गन्दगी को अपनी आँखों से देखते हुए आज तक में ट्रेनिंग करने का अवसर मिला वहा नकवी जी,राणा यसवंत ,अखिल भल्ला ,मोहित जी के साथ काम किया तक़रीबन ६ महीने वहा काम करने के बाद आँखों देखी से होते हुए एक बड़े न्यूज़ चैनल में एक छोटा सा कार्य कर रहा हूँ या दूसरे शब्दौं में कहूँ तो मन की कोमलताओं को हर रोज़ तिल तिल कर मार रहा हूँ ,लिखने का शौक है ,कुछ अखबारों में सम्पादकीय भी लिखे है ,लेकिन हकीकत यही है की आँखौं से बहते हुए आसूँ इतनी तकलीफ नहीं देते जितनी पलकों पर रुके हुए मोती करते है ,शायद इसीलिए मैं आज जहा हूँ ,वहा से सिर्फ अँधेरा दिखता है ......ASHIISH JAIN
इस ब्लॉग को देखकर अहसास हो रहा है कि युवा पत्रकारों की पीढ़ी चमक-दमक, ग्लैमर, घटिया राजनीति से ऊपर उठने की कोशिश करते हुए, जिंदगी के बारे में गंभीरता से सोच रही है। सलाम जिंदगी....